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Internet Technology and Web Designing in Hindi | O Level in Hindi Part 1

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    इंटरनेट (Internet)

    • इंटरनेट अंतरसंबंधित कंप्यूटर नेटवर्क का ग्लोबल सिस्टम है जो विश्व भर के अरबों उपयोगकर्ताओं की सेवा के लिए मानक इंटरनेट प्रोटोकॉल सुइट (Internet Protocol suite (TCP/IP)) का उपयोग करता है।
    • इंटरनेट का प्राथमिक उद्देश्य दूरस्थ पी.सी. (PC) के साथ सूचना और संवाद को साझा करना है।
    • विश्व में नेटवर्क का सबसे बड़ा नेटवर्क, कई सरकार, विश्वविद्यालय तथा निजी कंप्यूटर को एक साथ जोड़ता है और ई-मेल, बुलेटिन बोर्ड, फाइल संग्रहों, हाइपरटेक्स्ट डॉक्यूमेंट, डेटाबेस तथा अन्य कम्प्यूटेशनल संसाधनों के उपयोग के लिए एक संरचना प्रदान करता है।
    • क्रांतिकारी बदलावों से इंटरनेट ने जीवन के लगभग हर पहलू को अत्यंत बदल दिया है जैसे व्यक्तियों और व्यवसायों को,
      • सूचना और इलेक्ट्रॉनिक फाइल का एक्सेस करके,
      • व्यक्तिगत रूप से और व्यावसायिक रूप से संचार करके,
      • उत्पादों और सेवाओं के लिए पकड़ बनाकर,
      • संसाधनों को साझा करके जीवन के लगभग प्रत्येक पहलू को पूरी तरह से बदल दिया है।
    चित्र 1.1: इंटरनेट (Internet)

    वर्ल्ड वाइड वेब (World Wide Web) का अरपानेट (ARPANET) और इंटरनेट इतिहास

    • अरपानेट (ARPANET) का मूल बिंदु
      • ARPA (एडवांसेज रिसर्च प्रोजेक्ट एजेंसी (Advances Research Project Agency) ) ने 2 जनवरी, 1969 एक प्रयोगात्मक कंप्यूटर नेटवर्क आरंभ किया था।
    • 1971 में, रे टॉमलिंसन ने हार्वर्ड (Harvard) सहित 20 से अधिक साइट को शामिल करके ई-मेल और अरपानेट (ARPANET) विकसित किया।
      • विनटन सर्फ और रॉबर्ट क्हान ने 1972 में टी.सी.पी. (TCP) और आई.पी. (IP) नेटवर्क पर संचार के लिए मानक या प्रोटोकॉल विकसित किया।
      • 1981 में, अरपानेट (ARPANET) 200 साइट से जुड़ गया।
    • अरपानेट (ARPANET) अंत में समाप्त होने लगा, जिसका कारण यह था कि अन्य विशेष-इंटरनेट नेटवर्क ने इसका स्थान ले लिया।
    • 1990 में, अरपानेट (ARPANET) अपने पीछे इंटरनेट के विकसित नेटवर्क की विरासत को छोड़कर लुप्त हो गया।
    • वेब (Web) का आरम्भ और उदय
      • 1991 में, टिम बैरनर्स-ली ने एच.टी.एम.एल. (हाइपर टेक्स्ट मार्कअप लैंग्वेज), हाइपरटेक्स्ट ट्रान्सफर प्रोटोकॉल (HTTP), पहला वेब ब्राउज़र और वेब सर्वर बनाया।
      • 1993 में, मार्क एंड्रेसन और एरिक बीना ने मोज़ेक (MOSAIC) ब्राउज़र विकसित किया।
      • 1994 में, मार्क एंड्रसेन और जिम क्लार्क ने नेटस्केप कम्युनिकेशन (Netscape Communication) और नेटस्केप नेविगेटर (Netscape Navigator) ब्राउज़र ढूँढा।

    इंटरनेट के मालिक (Owners of the Internet)

    • इंटरनेट वास्तव में किसी एक व्यक्ति का नहीं है और न ही कोई व्यक्ति या संगठन इंटरनेट को पूरी तरह से नियंत्रित करता है।
    • इंटरनेट किसी वास्तविक भौतिक निकाय की तुलना में बहुत बड़ी अवधारणा है और यह ऐसी भौतिक अवसंरचना पर निर्भर करता है, जो नेटवर्क को अन्य नेटवर्क से कनेक्ट करता है।
    • अतः इंटरनेट वास्तव में किसका है , यदि उपयोगकर्ता इंटरनेट को एकीकृत, एकल निकाय के रूप में सोचते हैं, तो यह किसी का नहीं है।
    • इंटरनेट की संरचना और इसके कार्य को स्थापित करने वाले संगठन हैं, लेकिन उनके पास इंटरनेट का कोई मालिकाना हक नहीं है।
    • न तो कोई सरकार इंटरनेट का स्वामी होने के लिए ज़ोर दे सकती है, और न ही कोई कंपनी ऐसा कर सकती है।
    • इंटरनेट टेलीफोन सिस्टम की तरह होता है, जहाँ कोई भी सम्पूर्ण चीज का मालिक नहीं हो सकता है।
    • लेकिन दूसरे दृष्टिकोण से, हजारों लोग और संगठन के पास अपने इंटरनेट होता है।
    • इंटरनेट में बहुत सारे अलग-अलग बिट और अंश होते हैं, प्रत्येक का एक स्वामी होता है।
    • इन स्वामियों में से कुछ उपयोगकर्ता के इंटरनेट की गुणवत्ता और स्तर के एक्सेस को नियंत्रित कर सकते हैं। संपूर्ण सिस्टम उनका नहीं हो सकता है, लेकिन वे उपयोगकर्ता के इंटरनेट अनुभव को प्रभावित कर सकते हैं।

    इंटरनेट की रचना (Anatomy of Internet)

    • इंटरनेट केबल (cables) और सैटेलाइट द्वारा जुड़े कंप्यूटर का एक विशाल समूह है, जो किसी एक अथॉरिटी द्वारा नियंत्रित नहीं होता है, लेकिन सभी कार्य कॉमन नेटवर्क प्रोटोकल के अंतर्गत होते हैं।
    • शब्द इंटरनेट में हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर दोनों शामिल हैं जो कंप्यूटर को आपस में संचार के लिए सक्षम करते हैं।
    • जब सूचना को इंटरनेट पर भेजा जाता है, तो ट्रांसमिशन कंट्रोल प्रोटोकॉल (Transmission Control Protocol) (TCP) सबसे पहले सूचना को डेटा के पैकेट में ब्रेक करते हैं।
    • क्लाइंट कंप्यूटर उन पैकेट को स्थानीय नेटवर्क, इंटरनेट सेवा प्रदाता (आई.एस.पी.) या ऑनलाइन सेवा पर भेजता है। यहाँ से, पैकेट नेटवर्क, कंप्यूटर और संचार रेखाओं के माध्यम से तब तक घूमते रहते हैं जब तक कि वे अपने अंतिम गंतव्य तक नहीं पहुँच जाते।
    • कई प्रकार के हार्डवेयर उनके रास्ते में पैकेट की मदद करते हैं। ये हैं: हब (Hubs), ब्रिज (Bridges), गेटवे (Gateways), रिपीटर (Repeaters), राऊटर (Routers), सर्वर (Servers), क्लाइंट कंप्यूटर (Client Computer), केबल/सैटेलाइट कम्युनिकेशन (Cable / Satellite Communications)।
    • सभी हार्डवेयर यूनिट को समान कार्य विधियों की आवश्यकता होती है, मूल निर्देश प्रोटोकॉल कहलाते हैं, जो सभी पार्टी को यह निर्दिष्ट करते हैं कि डेटा को किस प्रकार हैंडल किया जाएगा।

    इंटरनेट का विकास (Growth of Internet)

    चित्र 1.2: इंटरनेट का विकास (Growth of Internet

    मूल इंटरनेट शब्दावली (Basic Internet Terminology)

    • WWW, वर्ल्ड वाइड वेब (World Wide Web) या वेब (Web)
      • यह किसी और से जुड़े हाइपरटेक्स्ट पृष्ठों का इंटरैक्टिव संग्रह है। उनमें टेक्स्ट, ग्राफ़िक और/या वेब के अन्य स्थान का लिंक शामिल हो सकते हैं।
    • यूआरएल (URL)
      • यूनिफार्म रिसोर्स लोकेटर (Uniform Resource Locator) वर्तमान में मॉनिटर पर दिख रहे वेब डॉक्यूमेंट का पता होता है।
    • सर्वर
      • सर्वर एक कंप्यूटर होता है जो अन्य कंप्यूटर को सेवा प्रदान करता है।
    • खोज इंजन (Search Engine)
      • यह निर्दिष्ट सामग्री वाले वेब पृष्ठ ढूंढ़ता है।
    • ISP (इंटरनेट सेवा प्रदाता (Internet Service Provider))
      • इंटरनेट सेवा प्रदाता (ISP) एक संगठन है जो इंटरनेट का एक्सेस करने, प्रयोग करने या इसमें भाग लेने के लिए सेवाएं प्रदान करता है।
      • इंटरनेट सेवा प्रदाता वाणिज्यिक, स्वामित्व वाले समुदाय, गैर लाभकारी, या अन्यथा निजी स्वामित्व जैसे विभिन्न फ़ार्म में संगठित हो सकते हैं।
    • कुकी (Cookie)
      • कुकी उपयोगकर्ता लॉग इन, पासवर्ड, उपयोगकर्ता प्राथमिकताएँ और अन्य व्यक्तिगत जानकारी वाले वेबसाइट ब्राउज़र द्वारा कंप्यूटर पर छोड़ी गई फाइल होती है।
    • ब्राउज़र (Browser)
      • इंटरनेट को "ब्राउज" करने के लिए सॉफ्टवेयर का प्रयोग होता है। इंटरनेट एक्सप्लोरर (Internet Explorer) और नेटस्केप नेविगेटर (Netscape Navigator) सबसे सामान्य उदाहरण हैं।
    • डोमेन नाम (Domain Name)
      • डोमेन नाम अद्वितीय नाम होता है जो इंटरनेट साइट की पहचान करता है।
    • HTML (एचटीएमएल)
      • हाइपर टेक्स्ट मार्कअप लैंग्वेज विश्व भर के वेब पृष्ठों पर फॉन्ट, रंग, ग्राफ़िक एवं हाइपरलिंक प्रभावों को प्राप्त करने हेतु टेक्स्ट फाइल की टैगिंग के लिए मानकीकृत प्रणाली है।
    • HTTP (एचटीटीपी)
      • हाइपर टेक्स्ट ट्रान्सफर प्रोटोकॉल - इस संचार प्रोटोकॉल का प्रयोग इंटरनेट पर या स्थानीय नेटवर्क (इंट्रानेट) पर वेब सर्वर से कनेक्ट करने के लिए होता है।
    • अपलोडिंग (Uploading)
      • अपलोडिंग का अर्थ डेटा को आपके कंप्यूटर से इंटरनेट पर भेजना होता है।
      • अपलोडिंग के उदाहरणों में ईमेल भेजना, सोशल मीडिया साइट पर फोटो पोस्ट करना और उपयोगकर्ता वेबकैम का प्रयोग करना शामिल है। यहां तक कि वेब पेज के लिंक पर क्लिक करने से भी छोटे डेटा अपलोड होने लगते हैं।
    • डाउनलोडिंग (Downloading)
      • डाउनलोडिंग का अर्थ डेटा को इंटरनेट से आपके कंप्यूटर में प्राप्त करना है।
      • डाउनलोडिंग के उदाहरणों में वेब पृष्ठ खोलना, ईमेल प्राप्त करना, संगीत फाइल खरीदना और ऑनलाइन विडियो देखना शामिल है।
    • FTP (फाइल ट्रान्सफर प्रोटोकॉल) (File Transfer Protocol))
      • फाइल ट्रान्सफर प्रोटोकॉल (FTP) फाइल की डाउनलोडिंग और अपलोडिंग के लिए इंटरनेट सुविधा है।
      • यदि उपयोगकर्ता किसी और साइट पर फाइल अपलोड कर रहा है, तो आम तौर पर उपयोगकर्ता के पास उस साइट तथा डायरेक्टरी को एक्सेस करने की अनुमति पहले से होना चाहिए जिस पर फाइल को प्लेस करना है।
    • बुकमार्क (Bookmark)
      • भविष्य के संदर्भ में और वेब पेज स्थिति को सहेजने के लिए यह एक फ़ंक्शन है।
    • ASCII (अमेरिकन स्टैंडर्ड कोड फॉर इन्फ़र्मेशन एक्सचेंज (American Standard Code for Information Interchange))
      • ASCII वर्ण एन्कोडिंग संख्यात्मक कोड का उपयोग कर वर्णों को दर्शाने का मानक तरीका प्रदान करता है। इसमें बड़े एवं छोटे अंग्रेजी अक्षर, संख्याएं और विराम चिह्न प्रतीक शामिल हैं।
      • छोटे ASCII, 32 तथा 127 के बीच।
      • बड़े ASCII, 128 तथा 255 के बीच।
    • होम पेज (Home page)
      • होम पेज एक ऐसा पृष्ठ है जहाँ कंप्यूटर उपयोगकर्ता के इंटरनेट पर लॉगऑन करते ही चला जाता है।
      • लिंक (Link), हाइपरलिंक (Hyperlink)
      • यह वेब पेज पर पाया जाने वाला टेक्स्ट है, जो क्लिक करते समय उपयोगकर्ता को किसी और वेब स्थान पर ले जाएगा।

    नेट शिष्टाचार (Net etiquette)

    • बिना गलतफ़हमी के इंटरनेट द्वारा अन्य से सम्पर्क करना चुनौतीपूर्ण हो सकता है क्योंकि, चेहरे की प्रतिक्रिया और बॉडी लैंग्वेज की व्याख्या साइबरस्पेस पर नहीं की जा सकती है।
    • अतः, इन गलतफहमियों से सुरक्षित रहने के प्रयास के लिए एक तकनीक, जिसे इंटरनेट शिष्टाचार कहते हैं, प्रस्तावित किया गया है।
    • इंटरनेट शिष्टाचार एक तकनीक है जो सामाजिक दृष्‍टि से ऑनलाइन या डिजिटल में स्वीकृति योग्य व्यवहार का संचालन करता है।
    • इंटरनेट शिष्टाचार को "नेटकिट (Netiquette)" भी कहा जाता है।
    • अच्छे नेटकिट में अन्य की गोपनीयता शामिल रहता है और ऑनलाइन ऐसा कुछ नहीं करता है जिससे अन्य लोग परेशान हो जाएंगे या निराश हो जाएंगे।
    • ई-मेल, ऑनलाइन चैट, और समाचार समूह ऐसे महत्वपूर्ण क्षेत्र हैं जहाँ अच्छा नेटकिट अत्यधिक प्रभाव डालता है।
    • उदाहरण के लिए, अनावश्यक ई-मेल के जरिए अन्य उपयोगकर्ताओं को स्पैम करने वाले या बहुत अधिक संदेश भेजने वाले लोग बहुत बुरे नेटकिट होते हैं।
    • इंटरनेट शिष्टाचार को नहीं जानने वाली कंपनियां, कॉर्पोरेट शर्मिंदगी उत्पन्न कर सकती हैं और कर्मचारी को निकाल सकती हैं।

    नेट शिष्टाचार के मार्गदर्शन (Guide to Net Etiquette)

    • उपयोगकर्ता के किसी समाचार समूह या चर्चा बोर्ड में शामिल होने से पहले, उन्हें हमेशा यह जांच कर लेना चाहिए की उनके प्रश्न समूह से संबंधित हैं या नहीं। शामिल होने से पहले उपयोगकर्ता द्वारा वार्तालाप देख लेना अच्छा विचार है।
    • चैट, समाचार समूह या संदेश बोर्ड में अश्लील या धमकाने वाले संदेशों का कभी भी उत्तर न दें।
    • यदि वार्तालाप उपयोगकर्ता को असहज बनाता है तो उन्हें हमेशा इसे छोड़ देना चाहिए।
    • फ्लेम वार में कभी न पड़ें। वह 2 या इससे अधिक लोगों के बीच संचालित शोरगुल वाला मुकाबला (टेक्स्ट के जरिए) है।
    • किसी ईमेल को भेजने के लिए बड़े अक्षरों का प्रयोग कभी नहीं करें। उसे हमेशा इंटरनेट पर चिल्लाहट के रूप में विचारा जाता है।
    • कभी भी अन्यों विशेषकर सार्वजनिक फोरम, समाचार समूह, या चैट के बारे में बुरी या गलत चीजें न कहें। ये कई संग्रहों में बचे रहते हैं और उपयोगकर्ता अपमानित लेख के लिए दंडित किए जा सकते हैं।
    • उपयोगकर्ता को कभी भी व्यक्तिगत ईमेल पहले मूल प्रेषक को जांचे बिना किसी और को फॉरवर्ड नहीं करना चाहिए।
    • ठीक ऐसे ही, ईमेल किसी और को फॉरवर्ड करते समय, दोस्तों या परिवार के समूह की गोपनीयता का ख्याल रखें। उन सभी के ईमेल पता को सार्वजनिक रूप से न फैलाएं। ईमेल पता को निजी रखने वाले बी.सी.सी. (BCC) कमांड का उपयोग करना सीखें।
    • इमोटिकॉन्स के अधिक उपयोग से बचें, क्योंकि जब वे अधिक से अधिक उपयोग होते हैं और लोगों को परेशान करते हैं तो वास्तव में वे उनकी कुशलता को खो देते हैं।
    चित्र 1.3: नेट शिष्टाचार (Net etiquette)

    इंटरनेट के जरिए व्यापार (Commerce on the Internet)

    • शब्द इंटरनेट वाणिज्य सभी वाणिज्यिक प्रतिक्रिया को इंटरनेट पर सम्मिलित करता है, इसमें नीलामी, ऑर्डर प्लेस करना, भुगतान करना, फंड ट्रान्सफर करना, और व्यापार भागीदारों के साथ सहयोग करना शामिल है।
    • इंटरनेट वाणिज्य इलेक्ट्रॉनिक वाणिज्य [इ-वाणिज्य (e-commerce)] का पर्याय नहीं है लेकिन इसके सबसेट में से एक है।
    • इंटरनेट वाणिज्य का अर्थ बिक्री के बाद सेवा और सहायता के साथ-साथ सामानों एवं सेवाओं की खरीद तथा बिक्री के लिए वैश्विक इंटरनेट का उपयोग है।
    • विज्ञापन और उत्पाद की जानकारी का वितरण (व्यापार में कभी-कभी इसे ब्रोचर-वेयर कहा जाता है) के लिए एक प्रभावी प्रणाली हो सकता है।
    चित्र 1.4: इंटरनेट के जरिए व्यापार (Commerce on the Internet)

    इंटरनेट के जरिए संचालन (Governance on the Internet)

    • पद "इंटरनेट गवर्नेंस (Internet governance)" 2005 वर्ल्ड समिट ऑन द इनफार्मेशन सोसाइटी [World Summit on the Information Society (WSIS)] के मुख्य उद्देश्यों को सम्मिलित करता है।
    • इंटरनेट गवर्नेंस साझे किए गए सिद्धांतों, मानदंडों, नियमों, निर्णय लेने वाली प्रक्रियाओं और कार्यक्रमों की अपनी संबंधित भूमिकाओं में सरकार, निजी क्षेत्र एवं नागरिक समाज द्वारा किए गए विकास और कार्य है।
    • इंटरनेट गवर्नेंस इंटरनेट पर होनेवाले अपराध का सामना करने जैसे सार्वजनिक नीति समस्याओं के दैनिक तकनीकी और परिचालन कार्य के समस्याओं की विस्तृत श्रेणी कवर करता है।
    चित्र 1.5: इंटरनेट के जरिए संचालन (Governance on the Internet)

    इंटरनेट का समाज पर प्रभाव

    • इंटरनेट हमारे समाज पर और रहन-सहन के तरीके पर बहुत बड़ा प्रभाव डालता है।
    • कुछ स्थितियों में, इंटरनेट के उपयोग से काफी धन और समय बचाया जा सकता है।
    • बिना घर से बाहर निकले मौजूदा कीमत की तुलना इंटरनेट पर खरीदारी के समय कर सकते हैं।
    • इंटरनेट एक्सेस, ई-मेल, चाट और त्वरित संदेश के आधार पर रिलेशनशिप बदल जाते हैं।
    • लोग ऑनलाइन एक दूसरे से मिलते और उनके बारे में जानते हैं, लोग मित्रों और परिवार वाले नजदीकी संपर्क में बने रह सकते हैं और विशेष अवसरों पर एक दूसरे को सूचित करने में मदद कर सकते हैं।
    • शिक्षा लोगों को अपने घरों से बिना बाहर निकले ऑनलाइन सारी डिग्री प्राप्त करने के लिए अनुमति देने के लिए विस्तृत हो गया है।
    • इंटरनेट का उपयोग योगदान और धन उगाही के लिए कर सकते हैं। राजनीतिक कार्रवाई समितियों ने इंटरनेट का प्रयोग करके सूचना साझा करने और धन प्राप्त करने बहुत बढ़िया उपयोग किया है।

    इंटरनेट पर (Crime on)/के द्वारा अपराध (through the Internet)

    • इंटरनेट अपराध, इंटरनेट के जरिए या इंटरनेट का प्रयोग करके इंटरनेट पर कमिट किया गया कोई अपराध या गैर-कानूनी ऑनलाइन कार्य है।
    • प्रचलित इंटरनेट अपराध घटना में विधायिका के अनेक वैश्विक स्तर और सूचना की विफलता शामिल है।
    • निरंतरता से आईटी (IT) क्षेत्र को बदलने में, सुरक्षा विशेषज्ञ खोजे गए नेटवर्क के अनाधिकृत प्रवेश और पैकेट स्निफ़र जैसी रोकने वाले तकनीकों के जरिए इंटरनेट अपराध का सामना करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
    • टरनेट अपराध, साइबर अपराध की मजबूत शाखा है।
    • हचान चोरी, इंटरनेट स्कैम और साइबर स्टॉकिंग इंटरनेट अपराध के मुख्य प्रकार हैं। इंटरनेट अपराध में सामान्यत: विभिन्न भौगोलिक क्षेत्रों के लोग होते हैं, जिसके कारण दोषी प्रतिभागियों को ढूँढना और सजा देना जटिल होता है।
    • इंटरनेट अपराध (Internet crime) के प्रकार
      • साइबर धमकी (Cyber bullying) और उत्‍पीड़न (harassment)
      • वित्तीय जबरन वसूली
      • इंटरनेट बॉम्ब की आशंका (Internet bomb threats)
      • वर्गीकृत वैश्विक सुरक्षा डेटा चोरी
      • पासवर्ड क्रय विक्रय करना (Password traffickin)
      • व्यवसाय व्यापार गोपनीयता की चोरी
      • व्यक्तिगत रूप से डेटा हैकिंग
      • कॉपीराइट का उल्लंघन (Copyright violations), जैसे कि सॉफ्टवेयर नक़ल
      • जाली ट्रेडमार्क (Counterfeit trademarks)
      • गैरकानूनी हथियार क्रय विक्रय करना
      • ऑनलाइन चाइल्ड पोर्नोग्राफ़ी
      • क्रेडिट कार्ड चोरी और धोखा
      • ईमेल फ़िशिंग (Email phishing)
      • डोमेन नाम हाईजैक करना (Domain name hijacking)
      • वायरस फैलाना (Virus spreading)
    • इंटरनेट अपराध होने से रोकने के लिए, ऑनलाइन जागरूकता और सामान्य बात महत्वपूर्ण हैं।
    • किसी भी परिस्थिति में, उपयोगकर्ता को अज्ञात प्राप्तकर्ता के साथ व्यक्तिगत सूचना (जैसे कि पूरा नाम, पता, जन्म तिथि और सामाजिक सुरक्षा संख्या) साझा नहीं करना चाहिए।
    चित्र 1.6: इंटरनेट पर अपराध

    Resource: http://econtent.nielit.gov.in/


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